कविता…

कविता…

कविता
क्या है?
कम शब्दों में
ज़्यादा बातें...

कुछ कही
कुछ अनकही सी...
कुछ सुनी
कुछ अनसुनी सी...

अव्यक्त...
अभिव्यक्ति सी…
जितनी समझी
अच्छी लगी…

बाक़ी मेरी नासमझी सी
बस
समझ लो कि
उतनी ही बातें कहीं मैंने...

कि जितनी 
तुमने समझीं…
बस…शब्दों का तालमेल 
और

कविता
बस
कविता
ही…रही…

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